खाना धीरे-धीरे खाने से अधिक संतुष्टि मिलती है, और ऐसा भी लगता है कि तेजी से खाने वाले ने अधिक खाना खाया है। पहले के अध्ययनों से पता चला था कि धीरे-धीरे खाने वालों का बॉडी मास इंडेक्स तेज खाने वालों की अपेक्षा कम होता है, लेकिन यह नहीं पता चल पाया था कि ऐसा क्यों होता है।अध्ययन करने के लिए ब्रिस्टल विश्वविद्यालय के शोधार्थियों ने स्वयंसेवकों को पाइप के जरिए सैंसबरीज टोमैटो सूप पिलाया। स्वयंसेवकों को दो अलग-अलग गति से 400 मिलीलीटर सूप पिलाया गया।
पहली गति के तहत 11.8 मिलीलीटर सूप हर दो सैकेंड तक पिलाने के बाद चार सैंकेंड का विराम दिया गया। दूसरी गति के तहत 5.4 मिलीलीटर सूप हर एक सैकेंड तक पिलाने के बाद 10 सैकेंड का विराम दिया गया। उनसे सूप पीने के तुरंत बाद और दो घंटे के बाद पूछा गया कि उन्हें कितनी संतुष्टि मिली है। दोनों ही मामलों में धीमी गति से सूप पीने वालों ने अधिक संतुष्टि की बात कही।