Why Do We Offer Milk on Shivling : देवो के देव महादेव, भोलेनाथ की लीला अपरमपार है। भोलेनाथ के कई रूप और रंग है, कोई इन्हे भोलेनाथ पुकारता है तो कोई नीलकंठ, कोई शंकर, कोई महेश तो कोई रूद्र। महादेव अपने भक्तों को कई रूपो में दर्शन देते है और अपने भक्तो की हर पुकार सूनते है। महादेव को संहार का देवता भी कहा जाता है क्योंकि शिव जितने सौम्य है उतने ही रौद्र भी है।
संसार की सृष्टि की उत्पत्ति, स्थिति और संहार के अधिपति शिव ही है। महादेव को भोलेनाथ की संज्ञा भी दी गई क्योंकि शिव बहुत ही भोले है और अपने भक्तो की छोटी सी पुकार से ही प्रसन्न हो जाते हैं। महादेव को हिन्दुओं के प्रमुख देवता के रूप में माना जाता है। समूचे संसार में भगवान शिव की पूजा शिवलिंग के तौर पर की जाती है और उन्हे दूध और जल चढाया जाता है।