How To Worship Lord Hanuman? । मनोकामना पूरी करने के लिए कैसे करे हनुमान जी की आराधना जाने

How To Worship Lord Hanuman? :- हिन्दू धर्म में भोलेनाथ से संबंधित यह मत है कि उनकी उपासना करने से वे जल्द प्रसन्न हो जाते हैं और मनोकामना पूर्ण कर देते हैं। लेकिन ग्यारहवें रुद्र माने जाने वाले हनुमान जी भी अपने भक्तों की पुकार जल्दी सुनते हैं। यदि दिल से उनका जाप किया जाए, उनकी उपासना की जाए, तो हनुमान जी भक्त की हर परेशानी को हल कर देते हैं।

कहते हैं कि हनुमान जी स्वयं भी अपने हर भक्त का ख्याल रखते हैं। यदि नियमित उनकी पूजी की जाए, तो वे भक्त पर किसी भी प्रकार का कोई संकट नहीं आने देते। किंतु अगर आप परेशान है, किसी समस्या में फंसे हैं, आपके कार्य संपन्न नहीं हो पा रहे, या फिर केवल किसी मनोकामना की पूर्ति चाहते हैं, तो हम हनुमान जी से जुड़ा एक ऐसा शास्त्रीय उपाय लाए हैं जो आपकी मदद कर सकता है।

आपको केवल आगे बताए जा रहे निर्देशों का पालन करना है और उसी रूप में उनका प्रयोग करना है। ऐसा करने से हनुमान जी आपकी पुकार अवश्य सुनेंगे।कहा जाता है की बजरंगबली हनुमानजी भगवान शिव के ही अवतार हैं। ऐसी मान्यता है की हनुमानजी ऐसे देवता हैं जो आपकी द्वारा की गई थोड़ी सी प्रार्थना और पूजा से भी बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं।

हुनमान जी अष्ट सिद्धि और नौ निधियों के दाता हैं। जिसका अर्थ है की हनुमानजी को प्रसन्न करके आप वैभव। संतान। धन। संपत्ति। विद्या। स्वास्थ्य सभी कुछ प्राप्त कर सकते हैं। तो चलिए जानते है की हनुमानजी को कैसे प्रसन्न किया जा सकता है। जिससे खुश होकर वो आपकी मनोकामना को पूरी करें।

हुनमान जी की आराधना करने से पहले आपको इन सामग्री को लेने की आवाश्यकता है।एक हनुमान जी की मूर्ति। रोली। चौकी।लाल कपड़ा। ताजा बना भोजन। नारियल। गुड़-चना। चावल। अगरबत्ती। गंगा जल।पुष्प। फल आदि।सर्वप्रथम स्नान करके पूजन स्थल को साफ कर लें। फिर उस पर चौकी रखे।चौकी पर लाल कपड़ा बिछाएं। चौकी के चारों ओर गंगाजल छिड़कें।

भगवान गणेश से प्रार्थना करें कि वो आपकी इस हनुमान पूजा को सफल बनाएं।हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित करें और घी का दीपक जलाएं और अगरबत्ती जलायें।हनुमान जी को रोली-अक्षत से तिलक करके उनके समक्ष पुष्प। नारियल और सिंदूर अर्पित करें।अब हनुमान जी को ताजा बना भोजन। शुद्ध जल। चना गुड़। 

और फल अर्पित करें  हनुमान जी से पार्थना करें कि अज्ञानवश जो कुछ भी गलती आपसे हो गई हो उसे क्षमा कर वो आपकी पूजा को स्वीकार करने विराजमान हों।हनुमान जी की प्रतिमा पर सिन्दूर को घी या चमेली के तेल में घोलकर लेप करके चोला चढ़ाते हैं। ऐसा करने वाले व्यक्ति से हनुमान जी अत्यंत प्रसन्न होकर उसकी मनोकामना पूर्ण कर देते हैं।

मंगलवार को हनुमान जी पर घी का चोला चढ़ता है और शनिवार को चमेली के तेल का चोला चढ़ता है।हनुमान जी को गुलाब की माला अर्पित करें और जनेऊ पहनायें और बेसन के लड्डुओं का भोग लगायें।इसके बाद प्रभु की आरती उतारें और संभव दक्षिणा मदिर में चढ़ायें। हनुमान जी के चरणों के सिन्दूर को अपने मस्तक पर लगायें।

रूद्राक्ष की माला से हनुमान जी के मंत्र ”ऊँ हं हनुमते नमः“ का 108 बार जाप करें।इसके अतिरिक्त आप हनुमानजी के निम्न मंत्र का जाप भी कर सकते हैं।

ऊँ नमो भगवते आत्र्जनेयाय महाबलाय स्वाहा।

रामायण की चौपाइयों से होगी इच्छा पूरी

अब आप अपनी प्रार्थना को को हनुमानजी जी को बताते हुए रामायण की अपनी मनोरथ के अनुसार रामायण की निम्न चैपाइयों का जाप कर सकते हैं।

रोग दूर करने के लिए। :- लाय संजीवन लखन जियाय। श्री रघुवीर हरषि उर लाए।।

 टोटकों से बचने के लिए। :- भूत पिशाच निकट नहीं आवे। महावीर जब नाम सुनावै।।

हनुमानजी को प्रसन्न करने के लिए :- “सुमिरि पवनसुत पावन नामू। अपने बस करि राखे रामू।।”

अपनी परेशानी को दूर करने के लिए :- ”संकट कटे मिटे सब पीरा। जो सुमिरै हनुमत बलबीरा।।“

बल बुद्धि विद्या देहु मोहि हरहु कलेश विकार।।

मुकदमे में विजय प्राप्त करने के लिए। :- पवन तनय बल पवन समाना। बुद्धि बिबेक बिग्यान निधाना।।

राजपद प्राप्त करने के लिए। :- तुम उपकार सुग्रीवहि कीन्हा। राम मिलाय राजपद दीन्हा।।

नौकरी पाने के लिए/व्यापार में वृद्धि के लिए :- विश्व भरण पोषण कर जोई। ताकर नाम भरत अस होई।।

शिक्षा में सफलता के लिए। :- बुद्धिहीन तनु जानि के सुमिरो पवन कुमार।

सभी कार्य में सफलता के लिए। :- अतुलित बल धामं हेम शैलाभदेहं। दनुज वनकृशानुं ज्ञानिनामग्रण्यम।

सकल गुण निधानं वानराणम धीशं। रघुपति प्रिय भक्तं वातजातं नमामि।।

किसी भी तरह की मनोकामना को पूरा करने के लिए चैपाई का 108 बार जाप करें और उसके बाद कम से कम 21 दिन तक यह क्रिया दोहरायें। ऐसा करने से पवनपुत्र प्रसन्न होकर आपको आपकी मनोरथ पूर्ण होने का वरदान देते हैं।

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