पाकिस्तानी एक्टर और सिंगर अली जफर पर मीटू का केस दर्ज कराने वाली पाकिस्तान की ही एक्ट्रेस और सिंगर मीशा शफी की मुश्किलें काफी बढ़ गई हैं। मीशा शफी ने बॉलीवुड फिल्मों में काम कर चुके एक्टर और सिंगर अली जफर पर छेड़खानी करने और गलत इरादे से स्टूडियो में पकड़ने का आरोप लगाया था।
जिसका खंडन करते हुए एक्टर ने मीशा पर मानहानि का केस दर्ज करा दिया था। वहीं, अब इस मामले पर कोर्ट में सुनवाई हुई है और मीशा को तीन साल जेल की सजा सुना दी गई है। दरअसल, साल 2018 में चलाए गए मीटू मूवमेंट के तहत कई सारी एक्ट्रेस और ग्लैमर वर्ल्ड से जुड़ी हस्तियों ने अपने साथ हुए यौन शोषण की कहानी बयां की थी।
इस दौरान पाकिस्तानी सिंगर और एक्ट्रेस मीशा शफी ने बॉलीवुड फिल्मों में काम करने वाले पाकिस्तानी सिंगर अली जफर पर ये आरोप लगाया था कि अली ने उनके साथ छेड़कानी की और स्टूडियो में उन्हें गलत इरादे से पकड़ा।
मीशा के आरोप क बाद अली जफर के खिलाफ ऑनलाइन कैंपेन भी चलाया गया था। मीशा के आरोप और जनता के भड़कते आक्रोश का खंडन करते हुए अली जफर ने पिछले साल सितंबर में मीशा शफी के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज कराया था।
माना जा रहा है कि इसी के मद्देनजर मीशा कोर्ट में पेश हुईं लेकिन वो अपने आरोपों को साबित करने मे सफल नहीं हो पाईं। वहीं, अब खबरें आ रही हैं कि कोर्ट ने मीशा शफी को 3 साल जेल की सजा सुना दी है।
साथ ही सिंगर अली जफर को बेगुनाह करार दिया है। खबरों की मानें तो, अली जफर की तरफ से दर्ज कराए गए मानहानि केस में कोर्ट ने मीशा के अलावा आठ अन्य लोगों को भी आरोपी माना है। फिलहाल, मीशा के वकील कोर्ट के फैसले को चुनौती देने की तैयारी में जुट गए हैं।