हीरे की चमक का प्रमुख कारण उसका पारदर्शी होना तथा उसके अपवर्तनांक का बहुत अधिक होना है । लाल प्रकाश के लिए इसका अपवर्तनांक 2.407 है और बैगनी प्रकाश के लिए 2.465होता है ।
प्रकाश की कि किरणे इसके अंदर जाने के बाद बाहर नहीं आती बल्कि अन्दर ही परिवर्तित होती रहती है । इस सम्पूर्ण आंतरिक अपवर्तन के कारण ही हीरा चमकीला दिखाई देता है ।
इंडिया हल्ला बोल