अंडे का भीतरी भाग एक विशेष प्रकार के प्रोटीन का बना होता है जो प्रदार्थ को सामान्य ताप पर तरल बनाये रखता है । गर्म करने पर रासायनिक क्रिया के तहत यह प्रोटीन विखंडित हो कर ठोस अवस्था धारण कर लेता है ।
वास्तव में यह प्रोटीन पानी में घुलनशील होता है और गर्म होने पर थक्का-करण की क्रिया से यह जम जाता है । वैसे अंडे की जर्दी में अपेक्षाकृत अधिक वसा होती है जो इसके गर्म होने पर नर्म बनाये रखती है ।
इंडिया हल्ला बोल