साधु और पुजारी में क्या अंतर है ? स्पष्ट करें ।

साधु अर्थात सज्जन व्यक्ति पुरे समाज के कल्याण की बात सोचता है । वह सदैव लोगों के कल्याण में लगा रहता है । सज्जनता एक ऐसी भावना है जो लोगों के कल्याण में लगा रहता है । सज्जन व्यक्ति के विचार महान होते है । किसी को थोडा भी कष्ट हो तो सज्जन व्यक्ति उसके कष्ट को अपना समझकर दूर करने की कोशिश करता है ।

इसलिए लोग साधु लोगों का बहुत अधिक सम्मान करते है । और पुजारी वह होता है जो अपने स्वार्थ की पूर्ति के लिए कर्म करता है । जैसे कि किसी देवी या देवता की पूजा उपासना करने किसी मंदिर में जाता है या प्रतिदिन अपने घर पर ही पूजा करता है । तो उसमें उसका स्वार्थ होता है , कामना होती है कि भगवान् मेरा यह कार्य पूरा हो जाये अर्थात पुजारी स्वार्थी होता है किन्तु साधु स्वार्थी नहीं होता है ।

इंडिया हल्ला बोल

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