सम्पादकीय

जनभावना को ठेस पहुँचाता प्रदेश खन्डन का प्रस्ताव…

हिन्दी पखवाडे के बदलाव के साथ उत्तर प्रदेश की राजनीतिक गलियारो में भी उठापटक शुरु हो गयी है। कुछ दिन पहले उत्तर प्रदेश की विधानमंडल में शोरगुल के बीच जो कुछ हुआ, वह निहायत ही गैर-जनतांत्रिक औऱ अलोकतांत्रिक रहा। उत्तर प्रदेश एक ऐसा राज्य हैं, जो केन्द्र की सत्ता का मार्ग प्रशस्त करता रहा हैं। यह प्रदेश भारतीय राजनीति में …

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लौह्पुरूष सरदार बल्लभ भाई पटेल के सपनों पर पानी

भले ही मुख्यमंत्री मायावती ने विधानसभा चुनाव के मौके पर विरोधियों को चित करने की गर्ज़ से राज्य पुनर्गठन के प्रस्ताव को कैबिनेट की मंजूरी दिलाई हो, लेकिन राज्य विभाजन का मुद्दा काफी पुराना है। विभाजन की मांग देश की आजादी की जंग के दौरान भी शिद्दत से उठती रही है। भारत की स्वतंत्रता के पहले लगभग 565 छोटी-छोटी रियासतें और सूबों में बंटा था, …

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मुस्लिमों को रिझाने में लगी पार्टियाँ

विधान सभा  चुनाव  जैसे – जैसे नजदीक आते जा रहे हैं। ऐसे में हर पार्टी वोट बैंक के खातिर अपने तरकश से तीर निकालना शुरू कर दिया है। उत्तर प्रदेश, पंजाब, उतराखंड आदि राज्यों के विधान सभा चुनाव के नजदीक आने पर अब हर पार्टी मुसलमानों को रिझाने की कोशिश में लगी है। कांग्रेस दरगाहों के मौलानों के जरिये मुसलमानों को साधने की कवायद …

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भ्रष्टाचार से लडने के लिये नैतिकता जरूरी

द्वितीय विश्व युद्ध 1940-42 के दौरान, भारत में अंग्रेजी हकूमत ने सबसे पहले भ्रष्टाचार को कानून के अन्तर्गत लाकर स्पेशल पोलिस एस्टेवलिशमेंट एक्ट के तहत, युद्ध के दौरान वार एसंड सप्लाई विभाग में फैले भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए एक एजेंसी का गठन किया। उसे कालातंर में सीबीआई का नाम दिया गया। भ्रष्टाचार उससे पहले भी किसी ना किसी …

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खेल के साथ खिलवाड़

कुछ दिनों पहले जो भी क्रिकेट जगत में हुआ वह न तो खिलाडियों के लिए सही था न ही क्रिकेट प्रेमियों के लिए ठीक था और न ही क्रिकेट जगत के लिए ही सही था। महज कुछ रुपये के लालच के कारण कुछ खिलाडियों ने क्रिकेट जैसे खेल को शर्मसार तो किया ही साथ ही साथ अपने देश को भी बदनाम कर दिया। …

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परनाना की जमीन से चुनावी बिगुल फूकेंगे राहुल गाँधी

जाने हमको ये मुलाकात कहां ले जाये बातो – बातो में ये बात कहां ले जाये , देखिये चुनावी रैली की बारात कहां ले जाये। जी हां भ्रष्टाचार एवं मंहगाई के मुद्दे से घिरी कांग्रेस सरकार उत्तर प्रदेश में सत्ता पर कब्ज़ा जमाने के लिए कांग्रेस के खेवन हार राहुल गाँधी अपने परनाना यानि देश के प्रथम प्रधान मंत्री पंडित जवाहर …

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साम्राज्‍यवादी शक्तियों ने क्या जानबूझ कर गद्दाफी को बनाया निशाना?

लीबिया को स्वतंत्र लोकतांत्रिक राष्ट्र घोषित किया जा चुका है। पश्चिमी प्रभुत्व वाले विश्व मीडिया के अनुसार इसे एक क्रूर तानाशाह से मुक्त कराया गया है। गत फरवरी से लीबिया में शुरु हुआ जनविद्रोह आंखिरकार आठ महीनों के संघर्ष के बाद पिछले दिनों कर्नल गद्दाफी की मौत पर अपने पहले चरण को पूरा कर चुका है। अब फिर वही प्रशन …

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हिसार का उपचुनाव क्या देश की नयी राजनीतिक दिशा तय करेगा

हिसार लोकसभा उपचुनाव के नतीजे आने के साथ ही सबसे ज्यादा ख़ुशी केवल कुलदीप बिश्नोई और उनके समर्थको में ही नहीं देखी जा सकती, बल्कि टीम अन्ना के पास अपनी ख़ुशी ज़ाहिर करने की एक नहीं दो – दो वजह एक साथ है। एक और तो जहां टीम अन्ना पर इस बात के लिए प्रश्नवाचक चिन्ह लग रहे थे की उन्होंने पूरी …

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अन्ना का विरोध कांग्रेस तक ही सीमित क्यों ?

हरियाणा के हिसार लोक सभा उपचुनाव में उम्मीदवारों का भाग्य मत पेटियों में बंद हो गया है। ज्ञात हो की यह सीट पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान सांसद भजनलाल के निधन से खाली हुई थी। जहां एक और हरियाणा जनहित कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के सांझे उम्मीदवार कुलदीप बिश्नोई चुनाव मैदान में है वहीं दूसरी और इंडियन नेशनल लोकदल ने …

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दादा देखो…चरमरा रही हैं भारतीय अर्थव्यवस्था

रिजर्व बैंक पिछली दर्जन भर बैठकों से लगातार ब्याज दरों में वृद्धि कर रहा है. साथ ही संकेत दे रहा है। कि मंहगाई को कम करना उनकी प्राथमिकता है। और इसके लिए अभी और कड़े कदम भी उठाये जा सकते है मतलब साफ़ है। कि अभी कुछ और बैठकों में भी ब्याज दरें बढने का सिलसिला बदस्तूर जारी रह सकता …

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