अतुल्य भारत

भंवरी से भंवरी तक

भंवरी से भंवरी तक कुछ नहीं बदला .हुक्मरान बदलते गए और भंवरियों को पैरों तले कुचलने की चेष्टाएँ  और मजबूत होती गयीं… बात जब महिलाओं की आती है तो हमारी हालत बांग्लादेश से भी बद्तर है। न्यूजवीक पत्रिका के एक सर्वेक्षण में भारत को 141 वां स्थान मिला है। सर्वेक्षण में कल 165 देश शामिल थे। देश जो महिलाओं को …

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दलितों पर राजनीति

किसी की आलोचना करना और अनुशासन का पाठ पढ़ाना आसान होता है लेकिन जब बात अपने पर आती है तो कथनी और करनी में फर्क दिखाई पड़ने लगता है। जी हाँ, अब उनकी उम्मीदें राहुल गाँधी पर टिकी है 1999 के चुनाव में कांग्रेस की बागडोर सोनिया गाँधी ने संभाली थी। लेकिन इस बार की तस्वीर साफ है और आगामी विधानसभा …

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लाभ और हानि के बीच खड़ा भारतीय मीडिया

मीडिया आज एक जाना पहचाना शब्द है। यह शब्द ‘मीडियम’ का बहुवचन है। अतः इसका शाब्दिक अर्थ कहा जा सकता है ‘अनेक माध्यम’। यह सच भी है क्योंकि मीडिया अनेक माध्यमों से सूचनाएं एकत्र करता है तथा उसे आमजनता तक पहुंचाता है। बीसवीं सदी के उत्तरार्द्ध में मीडिया शब्द सूचना तंत्र अथवा सूचना तंत्रा का सूचक बन कर तेजी से …

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मेरा दर्द न जाने कोय …

सरकार में बैठे लोग तथाकथित दावा करने वाले नेता, विशेषकर योजना आयोग की कुर्सी पर बैठ कर जिस तरह से देश की तस्वीर रची जा रही है ऐसा करना गरीबो को क्रोधित करना है।जवान भारत का गरीब भविष्य… नवरात्री का मौसम चल रहा है। इसके बाद दिवाली आएगी पूरा देश इन फेस्टिवल में बड़े धूम धाम से अपने आपको शरीक करेगा। …

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गरीबी को मुंह चिढाती योजना आयोग की रिपोर्ट

गरीबी का अर्थ हर किसी के लिए अलग – अलग होता है। वैसे भी अपने देश में खुद को गरीब कहना विनम्रता का प्रतीक रहा है। हमारे यहाँ गरीबी के महिमामंडन की एक परम्परा रही है। दान – पुण्य के द्वारा अपना परलोक सुधारने या मुक्ति की चाह रखने वालों के लिए गरीबी कुछ और ही होती है, लेकिन इन सब बातो …

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वैज्ञानिकों ने किया हवन प्रक्रिया पर शोध

  समय समय पर हिन्दू रीति रिवाज़ पर शोध होता आया। हिन्दुओं के पूजा-पाठ करने के तरीके को विज्ञान ने हमेशा बारीक निगाहों से परखा है। आज बात इसलिये उठी है क्योंकि हाल ही में केरल के एक दूर-दराज के गाँव में वैज्ञानिकों ने यज्ञ से होने वाले फ़ायदे पर शोध किया है। हिन्दुत्व विज्ञान से किस कदर जुड़ा हुआ …

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नदी में हम सिक्के क्यों डालते हैं।

हम में से कई “नदी में  सिक्के फेंकते हैं”  आपने अपने सह – यात्रियों को भी नदी में सिक्के फेंकते देखा होगा, खासकर ट्रेन जब नदी के पुल पर से गुजरती है। संभावित कारण: इस कार्य के लिए दिया सामान्य तर्क है कि, यह गुड लक वापस लाता है हमारे लिए यह भी माना जाता है कि इससे हमारे परिवार में धन की देवी  लक्ष्मी का वास होता है वैज्ञानिक कारण:  प्राचीन समय में, मुद्रा को  तांबे का बनाया जाता था जो आज के स्टेनलेस स्टील के सिक्के के विपरीत बनाया गया था । हम में से अधिकांश …

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क्या गाय को माता कहना उचित है ?

  वेद विदित तीन माताएं मानी गयी है प्रथम अपनी माता जिसके गर्भ से जन्म होता है , दूसरी गौ माता जिसके दूध से बालक का पालन – पोषण होता है । गाय का दूध बच्चे के लिए संतुलित आहार होता है , जबकि भैस का दूध मीठा और गाय के दूध की अपेछा मोटा होता है , किन्तु बच्चो …

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क्यों जरूरी है सिर पर चोटी रखना, धार्मिक व वैज्ञानिक दृष्टि से

प्राचीन काल से ही स्त्रियों के लिए लंबे बाल रखने की परंपरा चली आ रही है। आज भी बड़ी संख्या में महिलाएं इस प्रथा का निर्वाह करती हैं। आमतौर पर ऐसा माना जाता है कि केवल महिलाओं को ही लंबे बाल रखने चाहिए लेकिन पुराने समय में पुरुष भी लंबे बाल रखते थें। लंबे बाल रखने के पीछे कई धार्मिक …

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क्या कारण प्रेम विवाह अक्सर असफल हो जाते हैं ? धार्मिक दृष्टि से

धार्मिक दृष्टि में प्रेम-विवाह की असफलता के कई कारण होते हैं। प्रथम तो प्रेम विवाह करने वालों में कम ही ऐसे लोग हैं जिन्हें माता-पिता का आर्शीवाद प्राप्त होता है। अपने बुजुर्गो का आर्शीवाद बहुत महत्व रखता है। प्रेम विवाह में यह भी कोई निश्चित नहीं है कि वर और कन्या दोनों सुजातीय हों। खून बेमेल होने की वजह से …

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